बुधवार, 23 सितंबर 2015

असल मायनो में ये हैं युवा यदुवंशी




उत्तर प्रदेश में एक 60 वर्षीय शख्स ने बहादुरी का प्रदर्शन कर 15 बच्चों को गंगा में डूबने से बचाया। इनकी बहादुरी की चर्चा ऐसी फैली कि वह पूरे इलाके में एक नायक की तरह मशहूर हो गए। यहां तक कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक उनके इस कारनामे की खबर पहुंच गई। मुख्यमंत्री ने भी इसके लिए बधाई दी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, मिर्जापुर जिले के डल्लापाती गांव के रामजीत यादव नाम के शख्स की इस बहादुरी के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उनका सम्मान करेंगे। मिर्जापुर जिले के अधिकारी राजेश कुमार सिंह ने बुधवार को बताया कि रामजीत यादव के सम्मान में एक आधिकारिक कार्यक्रम शनिवार को आयोजित होना है।
यह मामला गुरुवार को कुछ इस तरह घटित हुआ। हुआ यूं कि रामजीत अपने दैनिक काम के लिए अपनी दूध की केनों के साथ एक नाव पर सवार हुए। रामजीत इन्हें मिर्जापुर टाउनशिप ले जा रहे थे। जो गंगा के किनारे बसा हुआ है। मिर्जापुर लखनऊ से 250 किलोमीटर पूर्व में बसा है।
पुलिस ने बताया कि रामपुर के स्कूल जाने के लिए 15 छात्र भी नाव पर सवार हुए थे। बीच रास्ते में ही नाव में अचानक से पानी भरने लगा। डर के मारे बच्चे मदद के लिए चीखने चिल्लाने लगे। नौका-चालक तब तक नियंत्रण खो चुका था। इतने में नौका पलट गई और सभी लोगों की जान खतरे में पड़ गई। बच्चों ने बचने के बाद बताया कि रामजीत ने उनमें से एक बच्चे को पकडे रखा। बाकी बच्चों को उससे चिपके रहने को कहा और खुद नदी को तैर कर पार करने लगे। नदी के किनारे मौजूद लोगों ने रामजीत को बच्चों को बचाने की कोशिश करते देखा और उनको सुरक्षित बचाने के लिए पानी में कूद गए।
इस घटना के बाद यादव ना केवल अपने गांव बल्कि अपने पास पड़ोस के गांव में भी एक नायक बन गए हैं। गांव के एक निवासी अजय सोनकर ने बताया कि ''इस उम्र में भी रामजीत ने बच्चों को बचाने के लिए बहादुरी का काम किया।'' हालांकि, रामजीत के लिए यह काम मामूली ही था। रामजीत ने कहा कि उन्हें तैरना आता था जिस एक कौशल की वजह से वह एक हादसे को रोकने में कामयाब हो सके। उन्होंने बताया, ''मेरी झोपड़ी नदी के किनारे ही बनी थी। जब मैं 12 साल की उम्र का था तभी मैंने तैरना सीखा था। इसकी वजह से मैं अपने आपको स्वस्थ रख सका। मैंने कई बार गंगा पार कर कस्बे में जाया करता था।''
उन्होंने जिला प्रशासन की तरफ से स्कूली बच्चों की आवाजाही के लिए छोटी नावों पर रोंक लगाने का आदेश जारी करने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा, कि जिला प्रशासन को सुरक्षित यात्रा के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए।
 युवा यदुवंशी और चंडीगढ़ यादव महासंघ इन यदुवीर को प्रणाम करता है 

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